ख़ुदा के बाब में / अकबर इलाहाबादी

ख़ुदा के बाब में क्या आप मुझसे बहस करते हैं

ख़ुदा वह है कि जिसके हुक्म से साहब भी मरते हैं
मगर इस शेर को मैं ग़ालिबन क़ायम न रक्खूँगा
मचेगा गुल, ख़ुदा को आप क्यों बदनाम करते हैं